पत्रकार: कल शाम आपने क्या किया?
रामदास आठवले: पोहे
पत्रकार: अरे वा! हमें भी खिलाओ कभी..
पोहे तो हमें भी पसंद है..
रामदास आठवले: अरे बाबा, वो वाले पोहे नही..
कल हम स्विमिंग पूल मे पोहे..
पहले पाणी मे “शिरा” और बाद मे “पोहा”
इतना आनंद आया की उसको कुछ “उपमा” च नही…