Tujhe Waqt Mila Nahi Mere Liye
तुझसे नहीं तेरे वक़्त से नाराज हूँ.. जो कभी तुझे मिला नहीं मेरे लिए…
तुझसे नहीं तेरे वक़्त से नाराज हूँ.. जो कभी तुझे मिला नहीं मेरे लिए…
मोहब्बत आजमानी हो तो, बस इतना ही काफी है… जरा सा रूठकर देखो, मनाने कौन आता है…
सजा न दो मुझे बेक़सूर हूँ मे, थाम लो मुझको ग़मो से चूर हूँ मे, तेरी दुरी ने कर दिया पागल सा मुझे, और लोगों का कहना है के मग़रूर हूँ मैं…
दोस्त रूठे तो रब रूठे, फिर रूठे तो जग छुटे, अगर फिर रूठे तो दिल टूटे, और अगर फिर भी रूठे तो, उतार चप्पल मार साले को, जब तक चप्पल ना टूटे…