दोस्त रूठे तो रब रूठे,
फिर रूठे तो जग छुटे,
अगर फिर रूठे तो दिल टूटे,
और अगर फिर भी रूठे तो,
उतार चप्पल मार साले को,
जब तक चप्पल ना टूटे…
दोस्त रूठे तो रब रूठे,
फिर रूठे तो जग छुटे,
अगर फिर रूठे तो दिल टूटे,
और अगर फिर भी रूठे तो,
उतार चप्पल मार साले को,
जब तक चप्पल ना टूटे…