Koi Hume Bhul Jane Ki Zid Me Hai
कोई हमे भूल जाने की ज़िद में है, कोई हमे आज़माने की ज़िद मैं है, भूलने वाले भूले मुझे तो कोई गम नहीं, क्योकी अपना कोई हमे पाने की ज़िद में है…
कोई हमे भूल जाने की ज़िद में है, कोई हमे आज़माने की ज़िद मैं है, भूलने वाले भूले मुझे तो कोई गम नहीं, क्योकी अपना कोई हमे पाने की ज़िद में है…
दर्द होता नहीं दुनिया को दिखाने के लिए, हर कोई रोता नहीं आँसू बहाने के लिए, रुठने का मज़ा तो तब आता है, जब कोई अपना होता है मनाने के लिए…