Bin Baat Ke Hi Ruthne Ki Aadat Hai
बिन बात के ही रूठने की आदत है, किसी अपने का साथ पाने की चाहत है, आप खुश रहे मेरा क्या है, मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है…
बिन बात के ही रूठने की आदत है, किसी अपने का साथ पाने की चाहत है, आप खुश रहे मेरा क्या है, मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है…
यादे होती है सताने के लिए, कोई रूठता है फिर मान जाने के लिए, रिश्ते बनाना कोई मुश्किल बात नहीं, जान तक चली जाती है रिश्ते निभाने के लिए…
कभी रूठना मत उनसे, वरना जिंदगी बिखर जाएगी… ये कोई खुली हुई जुल्फ नहीं, जो फिर से सवर जाएगी… जुदा न होना कभी उनसे, जो जान देता हो तुम पर… वरना उसकी याद में ही, जिंदगी गुजर जाएगी…!!
कभी रूठ न जाना, मुझे मनाना नहीं आता, कभी दूर न जाना, मुझे पास बुलाना नहीं आता, अगर आप भूल जाओ तो आपकी मर्जी, मुझे तो भूल जाना भी नहीं आता…