Dosti Ko Dil Se Nibhayenge Hum
दोस्ती को दिल से निभाएंगे हम, तुम भूल जाओ भी तो याद दिलाएंगे हम, ऐसी शरारत करेंगे हम की, ना चाहते हुए भी तुम्हे याद आएंगे हम…
दोस्ती को दिल से निभाएंगे हम, तुम भूल जाओ भी तो याद दिलाएंगे हम, ऐसी शरारत करेंगे हम की, ना चाहते हुए भी तुम्हे याद आएंगे हम…
फिर ना सिमटेगी अगर दोस्ती बिखर जाएगी, जिंदगी जुल्फ नही जो फिर से सवर जाएगी, जो खुशी दे तुम्हे थाम लो दमन उसका, जिंदगी रोकर नही हसकर गुजर जाएगी …
वो एक दोस्त जो खुदा सा लगता है, बहुत पास है दिल के फिर भी जुदा सा लगता है, बहुत दिनों से आया नही कोई पैगाम उसका, शायद किसी बात पे खफा सा लगता है…
रब ने अगर ये रिश्ता बनाया ना होता, एक दोस्त को दूजे से मिलाया ना होता, जिंदगी हो जाती बेजान अगर, मैने तेरे जैसा दोस्त पाया ना होता…