Mushkil Hai Kisi Ki Dosti Pana
मुमकीन नही शायद किसी को समझ पाना, समझे बिना किसी से क्या दिल लगाना, आसान है किसी को दोस्त बनाना, बहुत मुश्कील है किसी की दोस्ती पाना…
मुमकीन नही शायद किसी को समझ पाना, समझे बिना किसी से क्या दिल लगाना, आसान है किसी को दोस्त बनाना, बहुत मुश्कील है किसी की दोस्ती पाना…
जो तु चाहे वो तेरा हो, रोशन राते और खुबसूरत सवेरा हो, जारी रखेंगे हम दुआवों का सिलसिला, ताकी कामयाब हर सफर पर दोस्त मेरा हो…
जहाँ जुदाई हो वहाँ मिलन का अलग ही मजा है, मेहबूब बेवफा हो तो जिंदगी एक सजा है, आप जैसा दोस्त अगर मुझे नसीब हो, मै समझुंगा ये तो बस खुदा की रजा है…
अपनी दोस्ती फुलों की तरह ना हो, एक बार खिले और मुरझा जाए, दोस्ती हो तो कांटो की तरह हो, जो एक बार चुबे तो बार-बार याद आए…