वो एक दोस्त जो खुदा सा लगता है,
बहुत पास है दिल के फिर भी जुदा सा लगता है,
बहुत दिनों से आया नही कोई पैगाम उसका,
शायद किसी बात पे खफा सा लगता है…
वो एक दोस्त जो खुदा सा लगता है,
बहुत पास है दिल के फिर भी जुदा सा लगता है,
बहुत दिनों से आया नही कोई पैगाम उसका,
शायद किसी बात पे खफा सा लगता है…