शीशा और रिश्ता दोनो ही बडे नाजुक होते है,
दोनो में सिर्फ एक ही फर्क है,
शीशा गलती से टूट जाता है,
और रिश्ता गलतफहमी से टूट जाता है…
शीशा और रिश्ता दोनो ही बडे नाजुक होते है,
दोनो में सिर्फ एक ही फर्क है,
शीशा गलती से टूट जाता है,
और रिश्ता गलतफहमी से टूट जाता है…