Kisi Ke Haq Me Hi Sahi Vo Dua To Kare
किसी के हक़ मे ही सही वो दुआ तो करे, वो कह नही सकती मेरी सुना तो करे, मे लौट जाऊंगा अपनी उदास दुनिया मे, वो मुझसे बिछड़ने का फैसला तो करे…
किसी के हक़ मे ही सही वो दुआ तो करे, वो कह नही सकती मेरी सुना तो करे, मे लौट जाऊंगा अपनी उदास दुनिया मे, वो मुझसे बिछड़ने का फैसला तो करे…
तन्हाई में अकेलापन सहा जायेगा, लेकीन महफ़िल में अकेले रहा न जायेगा, आपका साथ न हो तो भी जी लेंगे, पर साथ आपके कोई और हो तो सहा न जायेगा…
उनका आशियाँ दिल में बसाया है, उनकी यादो को सीने से लगाया है, पता नहीं याद आती है वो ही क्यों, दोस्त तो हमने औरों को भी बनाया है…
सवेरा क्या हुआ आप सितारों को भूल गए, सूरज क्या आया आप चाँद को भूल गए, गुजरे क्या कुछ पल हमारे बिना, आप तो हमारा नाम ही भूल गए…