Dooriyan Hi Nazdik Lati Hai
दूरियां ही नज़दीक लाती है, दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती है, दूर होकर भी कोई करीब है कितना, दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती है…
दूरियां ही नज़दीक लाती है, दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती है, दूर होकर भी कोई करीब है कितना, दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती है…
ये बात हवाओं को बताये रखना, रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना, लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की, ऎसे तिरंगे को सदा दिल मे बसाये रखना…
काम ऐसा करो की नाम हो जाये, . या फिर… . नाम ऐसा करो की सुनते ही काम हो जाये…
कुछ नशा ‘तिरंगे’ की अान का है, कुछ नशा ‘मातृभूमि’ की शान का है, हम लहराएंगे हर जगह ये ‘तिरंगा’ नशा ये ‘हिंदुस्तान’ की शान का है… जय हो !