Insaan Chahe Sab Kuch Bhul Jaaye
दुनिया की भीड मे इंसान चाहे सब कुछ भूल जाए, कितनी भी मौज मस्ती मे खो जाए, पर अकेले मे वो उसे ही याद करता है, जिसे वो दिल से प्यार करता है…
दुनिया की भीड मे इंसान चाहे सब कुछ भूल जाए, कितनी भी मौज मस्ती मे खो जाए, पर अकेले मे वो उसे ही याद करता है, जिसे वो दिल से प्यार करता है…
याद करते है यारों को, तो याद से दिल भर आता है, कभी साथ रहा करते थे सब, आज सबको साथ देखने को, दिल तरस जाता है.. मिस यू!
कैसे ना प्यार आता उसपे बताओ जरा, रुठकर भी कहती है अपना खयाल रखना…
कौन किसे दिल मे जगह देता है, पेड भी सूखे पत्ते गिरा देता है, वाकिफ है हम दुनिया के रिवाजों से, दिल भर जाए तो हर कोई ठुकरा देता है…