जीते थे कभी हम भी शान से,
महक उठी थी फिजा किसीके नाम से,
पर गुजरे है हम कुछ ऎसे मुकाम से,
के नफरत सी हो गई है मोहब्बत के नाम से…
जीते थे कभी हम भी शान से,
महक उठी थी फिजा किसीके नाम से,
पर गुजरे है हम कुछ ऎसे मुकाम से,
के नफरत सी हो गई है मोहब्बत के नाम से…