तरसते थे जो हमसे मिलने को कभी,
न जाने क्यों आज
मेरे साये से भी वो कतराते है,
हम भी वही है दिल भी वही है,
न जाने क्यों आज लोग बदल गए है…
तरसते थे जो हमसे मिलने को कभी,
न जाने क्यों आज
मेरे साये से भी वो कतराते है,
हम भी वही है दिल भी वही है,
न जाने क्यों आज लोग बदल गए है…