मेरे दिल को अब किसी से गिला नही,
मन से जिसे चाहा वो मिला नही,
बदनसीबी कहू या वक्त की बेवफाई,
अँधेरे में एक दीपक मिला वो भी जला नही…
मेरे दिल को अब किसी से गिला नही,
मन से जिसे चाहा वो मिला नही,
बदनसीबी कहू या वक्त की बेवफाई,
अँधेरे में एक दीपक मिला वो भी जला नही…