Samjha Na Koi Dil Ki Baat Ko
समझा ना कोई दिल की बात को, दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया, जो सह गये हर दर्द को हम चुपके से, तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया…
समझा ना कोई दिल की बात को, दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया, जो सह गये हर दर्द को हम चुपके से, तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया…
प्यार जिंदगी को सजाने के लिए है, जिंदगी दर्द को बढाने के लिए है, काश कोई तो पढ पाता मेरी उदासी को, ये हँसता हुआ चेहरा तो सिर्फ दिखने के लिए है…
दिल मे तमन्नाओं को दबाना सिख लिया, गम को आँखों मे छिपाना सिख लिया, मेरे चेहरे से कही कोई बात जाहिर ना हो, छुपा के दर्द को हमने मुस्कुराना सिख लिया…
आँसुओं तले मेरे सारे अरमान बह गए, जिनसे उम्मीद लगाए बैठे थे वही बेवफा हो गए, थी हमारी जिन चिरागों से उजाले की चाह, वो चिराग न जाने किन अंधेरों में खो गए…