दिल मे तमन्नाओं को दबाना सिख लिया,
गम को आँखों मे छिपाना सिख लिया,
मेरे चेहरे से कही कोई बात जाहिर ना हो,
छुपा के दर्द को हमने मुस्कुराना सिख लिया…
दिल मे तमन्नाओं को दबाना सिख लिया,
गम को आँखों मे छिपाना सिख लिया,
मेरे चेहरे से कही कोई बात जाहिर ना हो,
छुपा के दर्द को हमने मुस्कुराना सिख लिया…