Meri Zindagi Ek Band Kitab Hai
मेरी जिंदगी एक बंद किताब है, जिसे आज तक किसी ने खोला नहीं, जिसने खोला उसने पढा नही, जिसने पढा उसने समझा नही, और जो समझ सका वो मिला नही…
मेरी जिंदगी एक बंद किताब है, जिसे आज तक किसी ने खोला नहीं, जिसने खोला उसने पढा नही, जिसने पढा उसने समझा नही, और जो समझ सका वो मिला नही…
आज फिर किसी ने पुछा के तेरा, हसता हुआ चेहरा उदास क्यों है? बरसती आँखों मे प्यास क्यों है? जिनकी नज़रों मे तु कुछ भी नही! वही तेरे लिए इतना खास क्यों है?
जब कुछ सपने अधुरे रह जाते है, तब दिल के दर्द आँसु बन के बह जाते है, जो कहते है की हम सिर्फ आपके है, पता नही वही क्यों अलविदा कह के चले जाते है…
वह नदियाँ नही आँसु थे मेरे, जिनपर वह कश्ती चलाते रहे, मंजिल मिले उन्हें यह चाहत थी मेरी, इसलिए हम आँसु बहाते रहे…