Mout Ke Baad Yaad Aa Raha Hai Koi
मौत के बाद याद आ रहा है कोई, मिट्टी मेरे कबर की उठा रहा है कोई, ए खुदा दो पल की जिंदगी और दे दे, मेरी कबर से उदास जा रहा है कोई…
मौत के बाद याद आ रहा है कोई, मिट्टी मेरे कबर की उठा रहा है कोई, ए खुदा दो पल की जिंदगी और दे दे, मेरी कबर से उदास जा रहा है कोई…
रब ने मेरे हाथो में ऐसी लकीर लिख दी, उनसे मिल न सकेंगे कभी ऐसी तक़दीर लिख दी, जिसे चाहते थे जान से भी ज्यादा, रब ने किसी और के नाम वो जागीर लिख दी…
वक़्त बदलता है ज़िन्दगी के साथ, ज़िन्दगी बदलती है वक़्त के साथ, वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ, बस अपने बदलते हैं वक़्त के साथ…
कुछ नही बदला उसके जाने के बाद इस जिंदगी में, ऐ दोस्तों, बस कल जिस जगह दिल हुआ करता था आज वहा दर्द होता है..!!