Gulzar Shayari in Hindi | गुलज़ार शायरी इन हिंदी

शायरी उर्दू भाषा में कविता का एक रूप है जिसे अक्सर शायरी प्रेमियों द्वारा पसंद किया जाता है। “शायरी” शब्द का अर्थ है भावना या मनोदशा, और कविताओं का उपयोग किसी अन्य व्यक्ति के लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। गुलज़ार एक भारतीय कवि थे जिन्होंने अपने जीवनकाल में लगभग 500 से भी ज्यादा शायरी लिखी। उनकी शायरी को दुनिया भर में कई लोगों ने सराहा है। यह ब्लॉग पोस्ट में आपको उनकी कुछ सबसे प्रसिद्ध शायरी हिंदी में पढ़ने मिलेगी, ताकि अधिक लोग उनका आनंद ले सकें!

यहाँ हिंदी में गुलज़ार शायरी/Gulzar Shayari in Hindi का सबसे अच्छा संग्रह है। हमने यहां गुलजार के कुछ बेहतरीन और प्रसिद्ध शायरी प्रस्तुत किए हैं। आप इन गुलज़ार शायरी/Gulzar Quotes को कॉपी कर सकते हैं और अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ शेयर कर सकते हैं। इस पेज पर लिखी गयी हिंदी गुलज़ार शायरी के बारे में हमारी वेबसाइट पर टिप्पणी करना न भूलें।

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गुलज़ार की शायरी हिंदी में | Gulzar Shayari in Hindi

ना शिकायत किसी से ना किसी से अनबन है।
बस अब ज़िन्दगी में थोड़ा अकेले चलने का मन है।


जो पसंद था उसे तो अपना नहीं बना पाए
अब जो अपना बनने वाला है चलो उसे पसंद करते हैं।


खुद के बारे में न किसी पीर से पूछो
न किसी फकीर से पूछो।
कुछ देर आंखें बंद कर अपने जमीर से पूछो।।


जो रिश्ता हमको रुला दे,
उससे गहरा कोई और रिश्ता नहीं!
जो रिश्ता हमको रोते हुए छोड़ दे,
उससे कमज़ोर कोई और रिश्ता नहीं


किसी को अपना बनाना, हुनर ही सही
लेकिन किसी का बन के रहना कमाल होता है..


जिस दिन हम ये समझ जायेंगे कि
सामने वाला गलत नहीं है…
सिर्फ उसकी सोच हमसे अलग है…
उस दिन जीवन से दुःख समाप्त हो जायेंगे…


लाख जमाने भर की डिग्रियाँ हों हमारे पास
अपनों की तकलीफ़ नही पढ़ पाये तो, अनपढ़ ही है हम..


इन्सान होता है प्यार करने के लिए
पैसा होता है उपयोग करने के लिए
पर आजकल लोग प्यार पैसे से करते है।
और उपयोग इन्सान का करते है।


“घमंड और पेट” जब इंसान का बढ जाता है तो
इंसान चाह कर भी किसी से गले नहीं मिल पाता है।


अपनी उम्र और पैसों पर कभी घमंड मत करना
क्योंकि जो चीजें गिनी जा सकें
वो यक़ीनन ख़त्म हो जाती हैं।


बदल दिया है मुझे मेरे ही चाहने वालों ने
वरना मुझमें इतनी खामोशी कहाँ थी..


यूँ तो तमाम तकलीफे गुज़री इस ज़िंदगी मे
मगर तेरा जाना सबसे खतरनाक रहा..


अगर तुम उस वक्त मुस्कुरा सकते हो
जब तुम पूरी तरह टूट चुके हो
तो यकीन कर लो कि दुनिया में तुम्हें
कभी कोई तोड़ नहीं सकता..!!


“किसी ने एक नाराज शख्स से
पूछा कि गुस्सा क्या है।
उसने बहुत खूबसूरत जवाब दिया की
दूसरे की गलती की सजा खुद को देना”


“जितना बदल सकते थे खुद को बदल लिया
अब जिसको शिकायत है वो अपना रास्ता बदले”


“दुश्मन इतनी आसानी से कहाँ मिलते हैं।
बहुत लोगों का भला करना पड़ता है”


बहुत अंधेरा है ऐ इश्क तेरी गलियों में,
हमने दिल भी जलाया फिर भी रौशनी ना हुई..


अगर जो चाहा है वो नहीं मिला तो
एक बार जो मिला है उसे चाह कर देखो..


कुछ लोग इतने घटिया किस्म के होते हैं।
उनके साथ आप बेशक कितना ही प्यार कर लो
वो कभी भी आपके नहीं होते..


तेरे बगैर किसी और को देखा
नही मैंने,
सूख गया वो तेरा गुलाब मगर
फेंका नही मैंने..


मीलों का सफर पल भर में बर्बाद
हो गया,
जब उसने कहा कहो कैसे आना
हुआ…


मुझे आदत नहीं, यूं हर किसी पे
मर मिटने की
पर तुझे देखकर दिल ने, सोचने
तक कि मोहलत नहीं दी।।…


ऐ दिल
तू क्यों रोता है
ये दुनिया है
यहाँ ऐसा ही होता है


जिंदगी क़िस्मत से
चलती है साहब
दिमाग़ से चलती
तो बीरबल बादशाह होता


गलतफहमियों के किस्से
इतने दिलचस्प है,
हर ईंट सोचती है।
दीवार मुझपर टिकी


जिंदगी छोटी नही होती है..
लोग जीना ही देरी से शुरु करते है.. !


कैसे कह दूँ बदले में कुछ नहीं मिला,
‘सबक’ कोई छोटी चीज़ तो नहीं हैं…!!


ज़िन्दगी की शिकायतें
सभी के सामने क्यों खोल देना?
कोई हाल पूछे तो.. सिर्फ झूठ बोल देना


पत्थर तो बहुत मारे थे लोगों ने मुझे,
लेकिन जो दिल पर आ के लगा
वो किसी अपने ने मारा था…


हर किसी के आगे झुका नहीं करते,
जहाँ इज्जत न मिले वहाँ रुका नहीं करते।।।


हम बुरे लोग है साहब
हम बुरे वक्त में काम आएंगे।


सोचा ही नहीं था..जिन्दगी में
ऐसे भी फ़साने होगें,
रोना भी जरूरी होगा..और
आँसू भी छुपाने होगें.!


जिंदगी से बड़ी कोई सजा ही नही
और जुर्म क्या है पता ही नही
इतने हिस्सो में बट गया हूं में
मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नही


जिंदगी का सफर अक्सर ऐसा होता है,
पसन्द कोई, किस्मत में कोई,
बातें किसी और से
और दिल में कोई और होता है.


पुराने दिनों में घर में अजीब रिश्ता था,
दरवाज़े आपस में गले लगते थे,
अब तो दरवाज़ा भी अकेला हो गया है!


मेरे साथ बैठ कर वक़्त भी रोया एक दिन
बोला बन्दा तू ठीक है मैं ही ख़राब चल रहा हू…


मैं वो क्यों बनू जो तुम्हें चाहिए,
तुम्हे वो कबूल क्यों नही जो मैं हूँ


हर बात पर जब छलकने लगे
आंखो से ऑँसू,
तो समझना मजबूत बनने की
जिंद मे टूट रहा है कोई धीरे धीरे


साहब घायल तो यहाँ हर एक
परिंदा है।
मगर जो फिर से उड़ सका
वही जिंदा है।


फिर कुछ ऐसे भी मुझे आज़माया गया,
पंख काटे गए, आसमां में उड़ाया गया।


खामोशियां बोल देती हैं,
जिनकी बातें नही होती..!
इश्क उनका भी कायम रहता है
जिनकी मुलाकातें नही होती…


कहने वालों का कुछ नहीं जाता,
सहने वाले कमाल करते है,
कौन ढूंढे जवाब दर्दा का,
लोग तो बस सवाल करते हैं।


साथ मेरे बैठा था पर किसी और के करीब था,
वो अपना सा लगने वाला किसी और का नसीब था।


हजारों उलझनें राहों में और
कोशिशें बेहिसाब,
इसी का नाम हैं जिदगी चलते
रहिये जनाब!.!


इश्क़ अधूरा रह जाये तो खुद पर नाज़ करना,
कहते है सच्ची मोहब्बत.. मुकम्मल नहीं होती।


अंदाज़े से न नापिये किसी इंसान की हस्ती…!!
ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे हुआ करते हैं…!!


न में गिरा और न मेरी उम्मीदों
के मिनार गिरे..
पर कुछ लोग मुझे गिराने मे
कई बार गिरे …


तारीफ़ के मोहताज नही होते सच्चे लोग
क्युकी
असली फूलो पर कभी इत्र
नही लगाया जाता


“तहजीब सिखा दी मुझे एक छोटे से मकान ने,
दरवाजे पर लिखा था थोडा झुक कर चलिये. ॥


आईना कब किसको सच बता पाया है,
जब देखा दायाँ तो बायाँ ही नजर आया है….


हैरान हूँ मैं खुद, अपने सब्र का पैमाना देखकर…
उसने याद नहीं किया, और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा…


मैं डूबा तो समुंदर को भी हैरत हुई
अजीब शख्स है, किसी को पुकारता ही नहीं


जिन्हें नींद नहीं आती, उन्ही को है मालूम
सुबह आने में कितने ज़माने लगते हैं ….!


उसके जाने के बाद,अपनी हथेली को देखा मैंने..
कि लिखने वाले ने कौन सी लकोर,लिख के मिटाई होगी…


कभी साथ देने के वादे, कभी भूल जाने की कसमे……
मुझे आज तक पता न चला के तू मजबूर है या मग़रूर….


लड़कियां कभी हारती नहीं, उन्हें हराया जाता है।
लोग क्या कहेंगे कह कर चुप कराया जाता है।


जो ज़ाहिर हो जाए वो दर्द कैसा
ख़ामोशी ना समझे वो हमदर्द कैसा.!


पत्थर नहीं हूं मैं, मुझमे भी नमी है।
दर्द बयां नहीं करता बस यही कमी है.!


मोहब्बत की भूख थी दिल ए गरीब को
धोखा खा कर पेट भरा नादान ने।।


मोहब्बत कि कश्ती मे सोच समझ के चढ़ना यारो…
जब चलती है तो किनारा नही मिलता,
और जब डूबती है तो सहारा नही मिलता…


भूलना भुलाना ती बसे एक चहम है दिल का,
कोई नही निकलता है,
दिल में एक बार बस जाने के बाद..!!


तलाश करना मेरी कमी को अपने दिल में एक बार
दर्द हो तो समझ लेना मोहब्बत अभी बाकी है।


वो बोला माँ मुझे दुन्हन पढ़ी लिखी चाहिए,
डर गई उसकी अनपढ़ बहन, जो कोने में खड़ी थी!


हम जिनके साथ वकत को भूल जाते थे,
वो वक्त के साथ हमें ही भूल गए।


हारा नहीं था मैं दर्द सहते सहते,
अब थक सा गया हूँ अकेले रहते रहते !!


जीने लगा हूँ मैं खुद के लिए आजकल,
लोगों के लिए जान दो तो भी काफी नहीं !!


दोस्ती का मतलब मैंने बस इतना ही जाना है,
एक बेमतलब सा रिश्ता है,जो बेमतलब ही निभाना है।


इंसान बहुत खुदगर्ज है,
पसंद करे तो बुराई नहीं देखता,
नफरत करे तो अच्छाई नहीं देखता।


वो ढूंढती रहती है अकसर खुद को, मेर अल्फाज़़ों में..!
पर मेरे अलावा कोई और उसे पढ़े, ये मुझे कुबूल नहीं..!!


कुछ यूं दिखाना तुम अपनी मर्दानगी।
दुपट्टा जो सरक जाए किसी लड़की का,
तो तुम भी नजरें झुका लेना..!!


इश्क़ लिखने को इश्क़ होना बहुत जरूरी है।
ज़हर का स्वाद बिना पिए कोई कैसे बताएगा..


किसी लड़की से इसलिए प्यामन कर की ची एक लड़की है…
बल्कि ये सोचे के प्यार करो की,
वो भी किसी की बेटी और बहन है…
दिल में इज्जत अपने आप बढ़ जायेगी…


सब्र को अपने इस मकाम तक पहुंचा दिया..!
उसने ज़लील किया और मैंने मुस्कुरा दिया..!!


जबरदस्ती मत मांगना जिंदगी में किसी का साथ,
कोई खुद चलकर आए उसकी खुशी कुछ और ही होती है..!!


वाह रे जमाने तेरी हद हो गयी
कल की लड़की तेरा ताज और माँ सर दर्द हो गयी..


मेरे घाव पर कुछ इस तरह से नमक लगाती हैं वो,
इश्क़ की बात करके मुझे दोस्त बुलाती हैं वो..


किसी के दिल में अपनी अहमियत जानना है तो
बस इतना करो की उनसे थोड़े वक्त के लिए दूरी बना लो..


किसी को उम्र भर दर्द देना हो तो
बस इतना करो की,
उसे बेइंतहा प्यार करके उसको अकेला छोड़ दो..


बहुत मिलेंगे हसीन चेहरे दुनिया के इस बाज़ार में
वो मुक्दर से मिलता है, जिसका ‘दिल’ खूबसूरत होता है…


A Shayari is a form of poetry in Urdu language which is often shared by Shayari lovers. The word “Shayari” means feeling or mood, and the poems are used to express one’s feelings for another person. Gulzar was an Indian poet who wrote about 500+ Shayari’s in his lifetime. His poetry has been celebrated all over the world by many people. This blog post will take you through some of his most famous Shayari in Hindi so that more people can enjoy them too!

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Gulzar was a famous poet of Urdu poetry, he is also very good as a director (of movies) as well as an actor (in some movies).
he is most popular for his work as a Bollywood film director and screenwriter. he won the national film award for best director for dhara in 1971 and zamaane ko dikhana hai in 1983 and the Padma Shri award (for arts) by the government of India in 2002.

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he has written many poems and Shayari in Hindi on various subjects like love, sad, life, Dosti, and many more.