हम आँखों को फूल कहते है,
जैसी महफ़िल हो वैसी ग़ज़ल कहते है,
हम महफ़िल में जाया नहीं करते पर,
हम जहा हो उसे लोग महफ़िल कहते है..
हम आँखों को फूल कहते है,
जैसी महफ़िल हो वैसी ग़ज़ल कहते है,
हम महफ़िल में जाया नहीं करते पर,
हम जहा हो उसे लोग महफ़िल कहते है..