धीरे धीरे अब तेरे प्यार का दर्द कम हुआ,
न तेरे आने की ख़ुशी हुई और न जाने का गम हुआ,
जब लोग मुझसे पूछते हैं हमारी दोस्ती की दास्तान,
मैं कह देता हूँ की वो एक फ़साना था जो अब ख़त्म हुआ…
धीरे धीरे अब तेरे प्यार का दर्द कम हुआ,
न तेरे आने की ख़ुशी हुई और न जाने का गम हुआ,
जब लोग मुझसे पूछते हैं हमारी दोस्ती की दास्तान,
मैं कह देता हूँ की वो एक फ़साना था जो अब ख़त्म हुआ…