वक़्त की राहों मे आप भुला दे चाहे हमें,
पर हम आपको भुला नहीं पाएंगे,
तेरी दोस्ती की कसम ऐ दोस्त,
तू आवाज़ दे सपने मे,
हम हकिकत मे चले आएंगे…
वक़्त की राहों मे आप भुला दे चाहे हमें,
पर हम आपको भुला नहीं पाएंगे,
तेरी दोस्ती की कसम ऐ दोस्त,
तू आवाज़ दे सपने मे,
हम हकिकत मे चले आएंगे…