तेरी दोस्ती ही मेरी “जान” है,
शायद इस हकीकत से तु “अनजान” है,
मुझे खुद नही पता मैं “कौन” हु,
क्योकि तेरी दोस्ती ही मेरी “पहचान” है…
तेरी दोस्ती ही मेरी “जान” है,
शायद इस हकीकत से तु “अनजान” है,
मुझे खुद नही पता मैं “कौन” हु,
क्योकि तेरी दोस्ती ही मेरी “पहचान” है…