Mehfil Main Kuch To Sunana Padta Hai
मेहफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है, ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है, कभी उनके हम भी थे दोस्त, आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है…
मेहफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है, ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है, कभी उनके हम भी थे दोस्त, आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है…
मस्ती “दोस्तों” मे होती है “लाइफ” मे नही, भक्ती “मन” मे होती है “मंदिर” मे नही, आप भी जान लो, दोस्ती “SMS” करने से बढती है, “SMS” पढने से नही…
वादा है आपकी दोस्ती सदा खास रहेगी, यादों की झलक दिल के पास रहेगी, नही भुलेंगे आपको और आपकी दोस्ती को, जब तक इस दिल मे आखरी साँस रहेगी …
जाने क्यों इतना याद आते हो आप, जाने क्यों दिल को इतना भाते हो आप, आपसे प्यारा दोस्त नही मिलेगा कहीं, क्या इसलिए इतना भाव खाते हो आप?