बिना भाई के साथ के,
जब रावण हार सकता है..
और,
भाई के साथ से,
श्रीराम जीत सकते है..
तो हम किस घमंड में है,
सदा साथ रहिये
कोशिश करे की परिवार कभी ना टूटे..
.
रिश्ते मौके के नहीं,
भरोसे के मोहताज होते है…
बिना भाई के साथ के,
जब रावण हार सकता है..
और,
भाई के साथ से,
श्रीराम जीत सकते है..
तो हम किस घमंड में है,
सदा साथ रहिये
कोशिश करे की परिवार कभी ना टूटे..
.
रिश्ते मौके के नहीं,
भरोसे के मोहताज होते है…