रिश्तों की ही दुनिया मे
अक्सर ऐसा होता है,
दिल से इन्हे निभाने
वाला ही रोता हैं,
झुकना पड़े तो झुक
जाना अपनों के लिए,
क्योंकि हर रिश्ता एक
नाजुक समझौता होता हैं!!
रिश्तों की ही दुनिया मे
अक्सर ऐसा होता है,
दिल से इन्हे निभाने
वाला ही रोता हैं,
झुकना पड़े तो झुक
जाना अपनों के लिए,
क्योंकि हर रिश्ता एक
नाजुक समझौता होता हैं!!