Haath Pakad Kar Rok Lete Tujhe
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर, तुझपर जरा भी जोर होता मेरा, ना रोते हम यूँ तेरे लिये, अगर हमारी जिंदगी में तेरे सिवा कोई और होता!
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर, तुझपर जरा भी जोर होता मेरा, ना रोते हम यूँ तेरे लिये, अगर हमारी जिंदगी में तेरे सिवा कोई और होता!
कदम ऐसा चलो, की निशान बन जाये! काम ऐसा करो, की पहचान बन जाये! यहाँ जिंदगी तो, सभी जी लेते है, मगर जिंदगी जियो तो ऐसी की सबके लिए, ‘एक मिसाल’ बन जाये!
भूला दूँगा.. तुम्हे भी, थोड़ा सबर रखना!! तुम्हारी तरह बेवफा होने में, थोड़ा वक्त लगेगा!!
झोका पुन्हा घेईल, ऊंच ऊंच भरारी.. तुझ्यासवे येईल प्रिया, आयुष्याला नवी उभारी…