Jab Se Sambhala Hai Khud Ko
जब चलना नहीं आता था, गिरने नहीं देते थे लोग.. जब से संभाला है खुद को, कदम कदम पर गिराने की सोचते हैं लोग…!
जब चलना नहीं आता था, गिरने नहीं देते थे लोग.. जब से संभाला है खुद को, कदम कदम पर गिराने की सोचते हैं लोग…!
दोस्त प्यार से भी बड़ा होता है, हर सुख और दुःख में साथ होता है, तभी तो कृष्ण राधा के लिए नहीं, सुदामा के लिए रोता है.. क्योंकि हर एक फ्रेंड को एक फ्रेंड का साथ जरुरी होता है…
यह प्रभु की कैसी लीला है, दारू बेचने वाले को कही नहीं जाना पड़ता, पर दूध बेचने वाले को घर घर जाना पड़ता है! भैया जी Smile…!
मौत सिर्फ नाम से बदनाम है, वरना तकलीफ तो जिंदगी ही ज्यादा देती है, और… बीवी भी सिर्फ नाम से बदनाम है वरना तकलीफ में सिर्फ वही साथ देती है…!