मोहब्बत के खर्चों की बड़ी लंबी कहानी है,
कभी फिल्म दिखानी है तो कभी शॉपिंग करानी है,
मास्टरजी रोज कहते है कहाँ है फीस के पैसे?
उसे समजाऊँ मैं कैसे की मुझे छोरी पटानी है…!!
☺☺☺
मोहब्बत के खर्चों की बड़ी लंबी कहानी है,
कभी फिल्म दिखानी है तो कभी शॉपिंग करानी है,
मास्टरजी रोज कहते है कहाँ है फीस के पैसे?
उसे समजाऊँ मैं कैसे की मुझे छोरी पटानी है…!!
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