बुझी हुई शमा फिर से जल सकती है,
तूफानों मे घिरी कश्ती फिर किनारे लग सकती है,
मायूस ना होना जिंदगी मे कभी ए दोस्त,
यह किस्मत है जो कभी भी बदल सकती है…
बुझी हुई शमा फिर से जल सकती है,
तूफानों मे घिरी कश्ती फिर किनारे लग सकती है,
मायूस ना होना जिंदगी मे कभी ए दोस्त,
यह किस्मत है जो कभी भी बदल सकती है…