मत पूछना खफा होने का सबब मुझसे,
कैसे-कैसे खेले है किस्मत ने खेल मुझसे,
अब कैसे छिपाऊँ अश्क इन आँखों में,
क्या बताऊ अब क्या छूट गया है मुझसे…
मत पूछना खफा होने का सबब मुझसे,
कैसे-कैसे खेले है किस्मत ने खेल मुझसे,
अब कैसे छिपाऊँ अश्क इन आँखों में,
क्या बताऊ अब क्या छूट गया है मुझसे…