सुख भी बहोत है, परेशानियाँ भी बहोत है,
जिंदगी में लाभ है तो हानियाँ भी बहोत है,
क्या हुआ जो “भगवान” ने थो़ड़े ग़म दे दिये,
उसकी हम पर “मेहरबानियाँ” भी बहोत है…
सुख भी बहोत है, परेशानियाँ भी बहोत है,
जिंदगी में लाभ है तो हानियाँ भी बहोत है,
क्या हुआ जो “भगवान” ने थो़ड़े ग़म दे दिये,
उसकी हम पर “मेहरबानियाँ” भी बहोत है…