Fikar To Teri Ab Bhi Rehti Hai Har Pal
फिकर तो तेरी अब भी रहती है हर पल, बस अब जताने का हक नही रहा हमारा…
फिकर तो तेरी अब भी रहती है हर पल, बस अब जताने का हक नही रहा हमारा…
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में, बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश नहीं होता…
बना लो उसे अपना जो दिल से तुम्हे चाहता है, खुदा की कसम ये चाहने वाले बडी मुश्किल से मिलते है…
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग, दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग…