Sab Bhool Jata Hu Aapke Siva
सब भूल जाता हुँ आपके सिवा ये क्या मुझे हुआ है, क्या इसी एहसास को दुनिया ने प्यार का नाम दिया है…
सब भूल जाता हुँ आपके सिवा ये क्या मुझे हुआ है, क्या इसी एहसास को दुनिया ने प्यार का नाम दिया है…
इन लम्हों की यादे ज़रा संभाल के रखना, हम याद तो आएंगे लेकीन लौट के नही…
उन्होंने वक़्त समझकर गुजार दिया हमे, हम उन्हे जिंदगी समझकर आज भी जी रहे है…
हर वक़्त रुलाता है हद से ज्यादा वह, हम सपने मे भी जिसको रोने नही देते…