Maa Se Rishta Kaisa Banaya Jaye?
माँ से रिश्ता ऎसा बनाया जाए, जिसको निगाहो मे बिठाया जाए, रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऎसा के, वो अगर उदास हो तो हमसे भी मुस्कुरा ना जाए…
माँ से रिश्ता ऎसा बनाया जाए, जिसको निगाहो मे बिठाया जाए, रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऎसा के, वो अगर उदास हो तो हमसे भी मुस्कुरा ना जाए…
जब एक रोटी के चार टुकडे हो और खानेवाले पाँच, तब मुझे भूक नही है ऎसा कहनेवाली इंसान होती है – माँ
मैंने माँ के कंधे पर सर रखकर पूछा : माँ कब तक मुझे अपने कंधो पर सोने दोगी? माँ ने कहा : जब तक लोग मुझे अपने कंधो पर न उठा ले तब तक बेटा…
मंजिल दूर है और सफर बहुत है, छोटी सी जिंदगी की फिकर बहुत है, मार डालती ये दुनियाँ कब की हमे, लेकीन माँ की दुआओं मे असर बहुत है…