Dil Ka Dard Shayari
ईस दिल का दर्द किसे बताये, मलहम लगानेवाले ही अक्सर दर्द दे जाते है…
ईस दिल का दर्द किसे बताये, मलहम लगानेवाले ही अक्सर दर्द दे जाते है…
जब चलना नहीं आता था, गिरने नहीं देते थे लोग.. जब से संभाला है खुद को, कदम कदम पर गिराने की सोचते हैं लोग…!
मोहब्बत का नतीजा, दुनिया में हमने बुरा देखा, जिन्हे दावा था वफ़ा का, उन्हें भी हमने बेवफा देखा…
उम्र भर ग़ालिब, ये ही भूल करता रहा.. धूल चेहरे पे थी, और आईना साफ करता रहा…