Aansu Nikalte Se Man Halka Hota Hai
कौन कहता है की आंसुओ में, वजन नहीं होता.. एक भी झलक जाता है तो, मन हल्का हो जाता है…
कौन कहता है की आंसुओ में, वजन नहीं होता.. एक भी झलक जाता है तो, मन हल्का हो जाता है…
आखिर क्यों हो जाती है, मोहब्बत उन्ही से.. जिन्हे हम चाह कर भी, कभी पा नहीं सकते…
बन गया अजीब सा रिश्ता, हमारा यारों.. वो मोहब्बत ना कर सके, हम नफरत ना कर सके…
ये आंसू भी कमब्खत एक परेशानी है. ख़ुशी और गम दोनों की निशानी है समझने वालो के लिए और ना समजने वालो के लिए पानी है…..