Ek Ladki Ne Kya Khub Likha Hai

एक लडकी ने क्या खूब लिखा है, मैं जब अपनी आँखे झुका कर चलती हुँ, तो मेरे पिता और मेरा भाई, सर उठा कर चलते है…

Garib Amir Bhed

मुझे देख कर मुँह मत फेरना साहब, मुझे उसी ने गरीब बनाया है, जिसने तुम्हे अमीर बनाया है…

Jab Se Sambhala Hai Khud Ko

जब चलना नहीं आता था, गिरने नहीं देते थे लोग.. जब से संभाला है खुद को, कदम कदम पर गिराने की सोचते हैं लोग…!

Dost Pyar Se Bhi Bada Hota Hai

दोस्त प्यार से भी बड़ा होता है, हर सुख और दुःख में साथ होता है, तभी तो कृष्ण राधा के लिए नहीं, सुदामा के लिए रोता है.. क्योंकि हर एक फ्रेंड को एक फ्रेंड का साथ जरुरी होता है…