आँसू पोछकर हँसाया है मुझे,
मेरी गलती पर भी,
सीने से लगाया है मुझे,
कैसे प्यार न हो ऐसे दोस्त से,
जिसकी दोस्ती ने,
जीना सिखाया है मुझे…
आँसू पोछकर हँसाया है मुझे,
मेरी गलती पर भी,
सीने से लगाया है मुझे,
कैसे प्यार न हो ऐसे दोस्त से,
जिसकी दोस्ती ने,
जीना सिखाया है मुझे…