बिन सपनों के भी क्या कोई सो पाया है,
बिन यादों के भी क्या कोई रो पाया है,
दोस्ती आपकी धड़कन है इस दिल की,
दिल भी कभी धड़कन से अलग हो पाया है…
बिन सपनों के भी क्या कोई सो पाया है,
बिन यादों के भी क्या कोई रो पाया है,
दोस्ती आपकी धड़कन है इस दिल की,
दिल भी कभी धड़कन से अलग हो पाया है…