Rehna To Chahte The Sath Unke
रहना तो चाहते थे साथ उनके, पर इस ज़माने ने रहने न दिया, कभी वक़्त की ख़ामोशी में खामोश रहे, तो कभी उनकी ख़ामोशी ने कुछ कहने न दिया…
रहना तो चाहते थे साथ उनके, पर इस ज़माने ने रहने न दिया, कभी वक़्त की ख़ामोशी में खामोश रहे, तो कभी उनकी ख़ामोशी ने कुछ कहने न दिया…
ये आरज़ू थी के ऐसा भी कुछ हुआ होता, मेरी कमी ने तुझे भी रुला दिया होता, मै लौट आती तेरे पास एक लम्हे में, तेरे लबों ने मेरा नाम तो लिया होता…
आपकी बातो पे दिल हारु आपकी सूरत पे जान वारु जिस दिन नहीं आता आपका SMS दिल करता है, आपको पटक-पटक के मारू…
कुछ नही बदला उसके जाने के बाद इस जिंदगी में, ऐ दोस्तों, बस कल जिस जगह दिल हुआ करता था आज वहा दर्द होता है..!!