ये आरज़ू थी के ऐसा भी कुछ हुआ होता,
मेरी कमी ने तुझे भी रुला दिया होता,
मै लौट आती तेरे पास एक लम्हे में,
तेरे लबों ने मेरा नाम तो लिया होता…
ये आरज़ू थी के ऐसा भी कुछ हुआ होता,
मेरी कमी ने तुझे भी रुला दिया होता,
मै लौट आती तेरे पास एक लम्हे में,
तेरे लबों ने मेरा नाम तो लिया होता…