जब वक़्त ने ज़िन्दगी से हिसाब मांगा,
तो सोचा क्या खोया क्या पाया,
खोने का तो हिसाब ही नही मिला,
याद रहा तो बस इतना की आप जैसा प्यारा दोस्त मैंने पाया…
जब वक़्त ने ज़िन्दगी से हिसाब मांगा,
तो सोचा क्या खोया क्या पाया,
खोने का तो हिसाब ही नही मिला,
याद रहा तो बस इतना की आप जैसा प्यारा दोस्त मैंने पाया…