आज के दिन क्या घटा छायी है,
चारो और खुशियों की फ़िज़ा छायी है,
हर कोई कर रहा है सजदा खुदा को,
तुम भी कर लो बंदगी आज ईद आई है…
ईद मुबारक!
आज के दिन क्या घटा छायी है,
चारो और खुशियों की फ़िज़ा छायी है,
हर कोई कर रहा है सजदा खुदा को,
तुम भी कर लो बंदगी आज ईद आई है…
ईद मुबारक!