तन्हाई मेरे दिल मे समाती चली गयी,
किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयी,
महकती फिजा की खुशबू मे जो देखा प्यार को,
बस याद उनकी आयी और रुलाती चली गयी…
तन्हाई मेरे दिल मे समाती चली गयी,
किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयी,
महकती फिजा की खुशबू मे जो देखा प्यार को,
बस याद उनकी आयी और रुलाती चली गयी…