यह आरजू नही की किसी को भुलाए हम,
ना तमन्ना है की किसी को रुलाए हम,
पर दुआ है उस रब से बस एक यही,
जिसको जितना याद करते है उसको उतना याद आए हम…
यह आरजू नही की किसी को भुलाए हम,
ना तमन्ना है की किसी को रुलाए हम,
पर दुआ है उस रब से बस एक यही,
जिसको जितना याद करते है उसको उतना याद आए हम…