कल्पना कीजिये जब दुनिया का
आखरी पेड़ काट चूका होगा..
और आखरी नदी का पानी जहरीला हो गया होगा..
और दुनिया की आखरी मछली पकड़ी जा चुकी होगी..
तब क्या आप केवल धन से पेट भरेंगे?
सावधान!
पर्यावरण की रक्षा स्वयं की रक्षा है…
विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाये !