Unhone Waqt Samajh Kar Guzar Diya Hume
उन्होंने वक़्त समझकर गुजार दिया हमे, हम उन्हे जिंदगी समझकर आज भी जी रहे है…
उन्होंने वक़्त समझकर गुजार दिया हमे, हम उन्हे जिंदगी समझकर आज भी जी रहे है…
हर वक़्त रुलाता है हद से ज्यादा वह, हम सपने मे भी जिसको रोने नही देते…
फिकर तो तेरी अब भी रहती है हर पल, बस अब जताने का हक नही रहा हमारा…
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में, बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश नहीं होता…