Dosti Wo Rishta Hai
दोस्ती एक नगमा है जिसे गुनगुनाता हुँ मे, दोस्ती वो रिश्ता है जिसे निभाता हुँ मे, अकेले जिंदगी कट नही सकती है, इसलिए आप जैसे प्यारे दोस्त बनाता हुँ मे…
दोस्ती एक नगमा है जिसे गुनगुनाता हुँ मे, दोस्ती वो रिश्ता है जिसे निभाता हुँ मे, अकेले जिंदगी कट नही सकती है, इसलिए आप जैसे प्यारे दोस्त बनाता हुँ मे…
हकीकत मोहब्बत की जुदाई होती है, कभी कभी प्यार मे बेवफाई होती है, हमारे तरफ हाथ बढाकर तो देखो, पता चलेगा की दोस्ती मे कितनी सच्चाई होती है…
यह दोस्ती चिराग है इसे जलाये रखना, यह दोस्ती गुल है इसे खिलाये रखना, हम रहे ना रहे इस जहाँ मे, बस हमारी याद दिल मे बसाये रखना…
हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी, हर कोई खुश रहे ये चाहत है मेरी, भले ही कोई मुझे याद करे या ना करे, लेकिन हर अपनों को याद करना आदत है मेरी…